नई दिल्ली। भारत चीन के तनाव को कम करने की कोशिश की जा रही है इसी बीच आज भारत और चीन के बीच कॉर्प्स कमांडर लेवल की पांचवी बातचीत एलएसी (LAC) के नजदीक मॉल्डो में चल रही है। बता दें कि चीन के हिस्से वाला मीटिंग प्वॉइंट है भारत की ओर से नेतृत्व लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह कर रहे है वही चीन की तरफ से मेजर जनरल लियू जिन इस बातचीत में शामिल हुए है। न्यूज एजेंसी के अनुसार दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों की यह मीटिंग ऐसे समय हो रही है जब चीन 3488 किमी लंबी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल यानी एलएसी (LAC) पर सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा है। यहां कुछ मिलिट्री कंस्ट्रक्शन भी किया जा रहा है।
चीन की हरकत भारत के तीनों सेक्टर्स पर
चीन एलएसी (LAC) पर तीनों सेक्टर्स में सैनिक और हथियार जमा कर रहा है। ये हैं पश्चिमी लद्दाख, मध्य में (उत्तराखंड और हिमाचल से लगने वाली सीमा) और पूर्व (सिक्किम और अरुणाचल से लगने वाली सीमा)। न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार चीन उत्तराखंड में लिपुलेख पास एरिया में भी सैनिकों का जमावड़ा कर रहा है। यहां नेपाल, भारत और चीन की सीमाएं से मिलती हैं। बता दे कि यह कालापानी घाटी का हिस्सा है।
दो हिस्सों पर है फोकस
कहा जा रहा है कि रविवार की बातचीत में फोकस एरिया पैन्गोंग लेक और गोगरा रहेंगे। दोनों ही जगहों पर भारत और चीन के सैनिक अब तक पीछे नहीं हटे हैं। पैन्गोंग में फिंगर 5 और 8 एरिया में चीन ने तैनाती बढ़ाई है। भारत ने भी इसके विरोध में जवाबी तैयारियां पूरी कर ली हैं। देपसांग में चीन की फौज भारतीय सैनिकों को उनकी पहले से चली आ रही पेट्रोलिंग से रोकने की कोशिश कर रही है।
भारतीय सेना की है पूरी तैयारी
भारतीय सेना को चीन के गलत इरादों का अनुमान है जिसके चलते, इस क्षेत्र में भारत सेना ने एक लंबे समय से मोर्चा संभालने की पूरी तैयारी कर ली है भारतीय सैनिक हालात पर नजर रख रहे है सेना के पास पास, पर्याप्त राशन, इस क्षेत्र के लिए खास तरह के कपड़े, स्पेशल आर्कटिक टेंट्स है लद्दाख में इस समय करीब 35 हजार भारतीय सैनिक तैनात हैं।
अपने वादे पर नहीं टिका है चीन
बता दे कि 14 जुलाई को हुई कॉर्प्स कमांडर लेवल की मीटिंग में निश्चित हुआ था कि दोनों देश की सेनाएं पीछे हटेंगी। इसके बाद दो राउंड की बातचीत और हुई। पहली मॉल्डो (चीन) और चुशूल (भारत) में है । लेकिन अभी भी गतिरोध जारी है। क्योंकि दोनों ही सेनाएं कुछ इलाकों में पीछे नहीं हटी हैं।
बता दे अब तक 4 मीटिंग हुईं
- पहली : मीटिंग 6 जून को
- कहां हुई थी: तो ये चुशूल सेक्टर में चीन की सीमा में नियंत्रण रेखा से 20 किमी दूर स्थित मॉल्डो में । बता दें कि ये लेफ्टिनेंट जनरल स्तर की बातचीत हुई थी। कि शांतिपूर्ण तरीके से विवाद सुलझाकर रिश्ते आगे बढ़ाए जाएं इस पर चर्चा हुई।
- दूसरी : 10 जून
- कहां हुई: पूर्वी लद्दाख के पास भारतीय सीमा के अंदर।जिसमें मेजर जनरल स्तर की बातचीत हुई थी इसमें सीमा विवाद कैसे सुलझाया जाए और सैनिकों की संख्या कैसे कम की जाए इस पर चर्चा हुई।
- तीसरी: 12 जून
- कहां हुई: लोकेशन पता नहीं चल पाई।
- मेजर जनरल स्तर की बातचीत हुई इसमें गालवान इलाके में 3 जगहों पर विवाद कैसे सुलझाया जाए इस पर चर्चा हुई थी.
- चौथी: 30 जून
- कहां हुई: मॉल्डो
- लेफ्टिनेंट जनरल लेवल बातचीत हुई है भारत ने इस बैठक में पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग त्सो इलाके से चीनी सैनिकों को हटाने की मांग की।
पढ़ें- सैनिकों को हटने पर चीन का बयान- वार्ता में बनी सहमित पर दोनों पक्ष कर रहे अमल